आज से शुरू हुआ सैन्य कमांडरों का द्विवार्षिक सम्मेलन-2023, उभरते सुरक्षा मुद्दों और अन्य मामलों पर होगी चर्चा
सैन्य कमांडरों का ये सम्मेलन एक शीर्ष-स्तरीय द्विवार्षिक कार्यक्रम है जो वैचारिक स्तर के विचार-विमर्श के लिए एक संस्थागत मंच प्रदान करता है.
सैन्य कमांडरों का द्विवार्षिक सम्मेलन-2023 का पहला संस्करण आज (सोमवार) 17 अप्रैल 2023 से हाडब्रिड प्रारूप में शुरू हो रहा है. बता दें पांच दिवसीय यह सम्मेलन 21 अप्रैल तक चलेगा. सम्मेलन के पहले दिन सैन्य कमांडर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी वर्चुअल माध्यम से बैठक करने वाले हैं. यह बैठक बहुत महत्वपूर्ण बताई जा रही है.
The first Army Commanders’ Conference #ACC for the year 2023 will be conducted in hybrid mode from 17-21 Apr. #ACC is an apex-level institutional platform for conceptual level deliberations, culminating in making important policy decisions for the #IndianArmy. 1/2 pic.twitter.com/o2JGT6OXep
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) April 16, 2023
तीनों सेनाओं के प्रमुख लेंगे हिस्सा
इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए सभी अधिकारी आज दिल्ली पहुंच रहे हैं और यहां महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करेंगे. इस बैठक की महत्ता इससे ही स्पष्ट हो जाती है कि इस बैठक में तीनों सेना प्रमुख यानि थल सेना प्रमुख, नौसेना प्रमुख और वायु सेना प्रमुख शामिल होंगे. इस दौरान वो सम्मेलन को संबोधित भी करेंगे.
भारतीय सेना के लिए नीतिगत निर्णय लेने में महत्वपूर्ण
ज्ञात हो, सैन्य कमांडरों का ये सम्मेलन एक शीर्ष-स्तरीय द्विवार्षिक कार्यक्रम है जो वैचारिक स्तर के विचार-विमर्श के लिए एक संस्थागत मंच प्रदान करता है. यह भारतीय सेना के लिए महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लेने में अहम होता है.
इनकी होगी समीक्षा
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फोरम अग्निपथ योजना और डिजिटलीकरण और स्वचालन पहल पर प्रगति के साथ-साथ ‘परिवर्तन के साल -2023’ के हिस्से के रूप में तैयार की गई गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा करेगा. सम्मेलन के दौरान, शीर्ष नेतृत्व वर्तमान और उभरते सुरक्षा परिदृश्यों पर भी मंथन करेगा और भारतीय सेना की परिचालन तैयारियों की समीक्षा करेगा. इसी क्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
इसके अलावा इस सम्मेलन मे कृषि मंत्रालय और विदेश मंत्रालय सहित अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी भाग ले रहे हैं. खाद्य सुरक्षा और पोषण, क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर, डिजिटल एग्रीकल्चर, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप आदि सहित कृषि अनुसंधान और विकास के विभिन्न मुद्दों को चर्चा के लिए शामिल किया जाएगा.
भारत की अध्यक्षता में वैश्विक स्तर पर कृषि संकट के वैज्ञानिक समाधान पर विचार-विमर्श किया जाएगा जिससे वैश्विक खाद्य संकट का समाधान ढूँढने में सहायता मिलेगी साथ ही मिलेट्स को लेकर खाद्य प्रणाली के सही उपयोग का रास्ता भी इससे साफ हो सकेगा.
04:27 PM IST